हाइलाइट्स
पिता की खोज में निकली लंदन की सीए पहुंच गई उड़ीसा, आखिर क्या है ‘द जेंगाबुरु कर्स’ (The Jengaburu Curse) की कहानी? देखें ट्रेलर।
ये अजीब घटनाओं की एक सीरीज है जो बॉन्डिया जनजाति और ओडिशा के बीच एक संबंध को उजागर करती है।
यह मानव जाति द्वारा प्राकृतिक संसाधनों की निरंतर खोज के दुष्परिणामों पर गहराई से प्रकाश डालता है।
यह सीरीज़ 9 अगस्त से केवल सोनी लिव पर स्ट्रीम होगी
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फेमस और राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता डायरेक्टर नीला माधब पांडा, भारत की पहली क्लाइ-फाई थ्रिलर सीरीज लेकर आ रही हैं। ‘The Jengaburu Curse’ आप सभी के बीच आने के लिए पूरी तरह तैयार है। यह सीरीज़ 9 अगस्त से केवल सोनी लिव पर स्ट्रीम होगी। ओडिशा के एक छोटे से शहर पर आधारित यह लंदन स्थित सीए प्रिया दास की कहानी है। जब उनके पिता, प्रोफेसर दास संदिग्ध रूप से लापता हो जाते हैं, तो प्रिया को ओडिशा वापस आने के लिए मजबूर होना पड़ता है। जैसे ही वह उनकी तलाश शुरू करती हैं, अजीब घटनाओं की एक सीरीज शुरू हो जाती है जो बॉन्डिया जनजाति और ओडिशा के बीच एक संबंध को उजागर करती है। ‘जेंगाबुरु कर्स’ से नीला माधब ओटीटी डेब्यू कर रही हैं।
स्टूडियो नेक्स्ट की बनाई The Jengaburu Curse का डायरेक्शन नीला माधब पांडा ने किया है। मयंक तिवारी पाउलो पेरेज़ सीरीज में डीओपी के रूप में काम कर रहे हैं। आलोकानंद दासगुप्ता और दुर्गा प्रसाद महापात्र म्यूजिक डायरेक्टर और प्रोडक्शन डिजाइनर के रूप में काम करते हैं। जबीन मर्चेंट की सीरीज में फारिया अब्दुल्ला, नासिर, मकरंद देशपांडे, सुदेव नायर, दीपक संपत और हितेश दवे लीड रोल्स में हैं।
नीला माधब ने क्या कहा
शो के बारे में बात करते हुए नीला माधब पांडा ने कहा, ‘The Jengaburu Curse पहली भारतीय क्लि-फाई थ्रिलर सीरीज है। यह शो मानव जाति द्वारा प्राकृतिक संसाधनों की निरंतर खोज के दुष्परिणामों पर गहराई से प्रकाश डालता है, और इसके बाद होने वाले खतरनाक परिणामों का खुलासा करता है। जेंगाबुरु के जरिए हमारा उद्देश्य दर्शकों का मनोरंजन करने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण की सख्त आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। हमें प्रतिभाशाली कलाकारों और क्रू को एक साथ लाने पर गर्व है और हम दर्शकों के हमारे साथ शामिल होने का इंतजार नहीं कर सकते।’जेंगाबुरु कर्स’ 9 अगस्त से केवल सोनी लिव पर स्ट्रीमिंग हो रही है।