उम्रकैद की सजा काट रहे स्वामी श्रद्धानंद पर बनी वेब सीरीज Dancing On The Grave पर रोक लगाने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट तैयार है। इस फिल्म को OTT प्लेटफार्म Prime Video पर रिलीज किया जाना है। याचिका खुद स्वामी श्रद्धानंद ने दायर की है, जो अपनी पत्नी की हत्या के दोषी हैं और उम्रकैद की सजा काट रहे हैं। याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जोसफ और जस्टिस बीवी रत्ना के बेंच द्वारा सुनवाई की जाएगी।
क्या कहती है NDTV की रिपोर्ट
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, Dancing On The Grave वेब सीरीज पर रोक लगाने की याचिका पर सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट तैयार है। स्वामी श्रद्धानंद की अर्जी में आरोप लगाया गया है कि जब 30 साल से भी अधिक समय से जेल मे बंद स्वामी श्रद्धानंद के मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई लंबित है, तो ऐसे में वेब सीरीज कैसे रिलीज की जा सकती है?
Prime Video अपने आधिकारिक YouTube चैनल पर इस वेब सीरीज का ट्रेलर आठ दिन पहले रिलीज कर चुका है,जिसे खबर लिखते समय तक 62 लाख बार देखा जा चुका था। श्रद्धानंद अपनी पत्नी की हत्या के आरोप में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं। राजीव गांधी की हत्या की दोषी नलिनी श्रीहरन की रिहाई के बाद श्रद्धानंद ने भी सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई थी कि उन्हें भी रिहा किया जाए।
इस याचिका को दायर करने वाले श्रद्धानंद के वकील ने कहा है कि हाल ही में राजीव गांधी हत्या के मामले में दोषियों को रिहा किया गया है। ये दोषी अपनी सजा के दौरान परोल और अन्य सुविधाओं का भी लाभ लेते रहे हैं, जबकि उन्हें इससे महरूम रखा गया, इसलिए उनके मुवक्किल को भी रिहा किया जाए।
जानिए क्या कहती है रिपोर्ट
रिपोर्ट बताती है कि श्रद्धानंद उर्फ मुरली मनोहर मिश्रा ने अपनी पत्नी नमाजी को नशीला पदार्थ देकर उसे जिंदा दफना दिया था। यह घटना 28 अप्रैल 1991 की है। कहा जा रहा है कि Dancing On The Grave इसी घटना पर आधारित है।
रिपोर्ट बताती है कि श्रद्धानंद उर्फ मुरली मनोहर मिश्रा ने अपनी पत्नी नमाजी को नशीला पदार्थ देकर उसे जिंदा दफना दिया था। यह घटना 28 अप्रैल 1991 की है। कहा जा रहा है कि Dancing On The Grave इसी घटना पर आधारित है।